vestige Agri-Humic-Hindi.pdf : खेत की उपज शक्ति बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका

एग्रीकल्चरल बायो - स्टिमुलेंट्स . 

एग्रीकल्चरल बायो - स्टिमुलेंट्स

खेत की उपज शक्ति बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका

• एग्रीकल्चरल बायो - स्टिमुलेंट्स जैविक या जैविक स्रोतों से जुटाए गए फर्टीलाइजर एडीटिव्स हैं जिन्हें पौधों के पोषण , स्वास्थ्य , वृद्धि और उपज को बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार में इस्तेमाल किया जाता है


 इन पदार्थों को फसल की उपज , क्वालिटी और प्रतिकूल परिस्थितियों के प्रति सहनशीलता को बढ़ाने के लिए पौधों या मिट्टी में इस्तेमाल किया जाता है । 


• बायो - स्टिमुलेंट्स फसल के पूरे जीवन चक्र के दौरान , अर्थात बीजों के अंकुरण से लेकर पौधों के परिपक्व होने तक पौधों की वृद्धि और विकास का पालन - पोषण करते हैं ।


बायो - स्टिमुलेंट्स क्यों ? . 


बायो - स्टिमुलेंट्स को मौजूदा कृषि पद्धतियों और फसल की साधन - सामग्रियों का अनुपूरण और संवर्धन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है

 बायो - स्टिीमुलेंट्स पौधों के स्वास्थ्य का सुदृढ़ीकरण करते हैं और उनका बीमारियों एवं पीड़कों का शिकार बनने की रोकथाम करते हैं 

फसल का बायो - स्टिमुलेशन फसल के पोषण और फसल की रक्षा का अनुपूरण है .

यो - स्टिमुलेंट

इसमें प्राकृतिक रूप से उपलब्ध पदार्थ , पोषक तत्त्व और खनिज अवशिष्ट मात्राओं में मौजूद होते हैं जो सर्वतोमुखी वृद्धि मुहैया कराते हैं 

मिट्टी में पहले से उपलब्ध पोषक तत्वों को कार्बन के अणुओं के साथ जोड़कर पोषक तत्त्वों का अधिक उदग्रहण करने में सहायता करते हैं

 अजैव प्रतिबल के खिलाफ फसल की सहनशीलता को बढ़ाते हैं ।

मिट्टी की बनावट , उर्वरता और सूक्ष्मजैविक वनस्पति समूह में सुधार लाते हैं

ग्रोथ - प्रमोटर -2

 रासायनिक पदार्थों की निश्चित मात्रा मौजूद होती है जो विशिष्ट वृद्धि मुहैया करते हैं


 मिट्टी से पोषक तत्त्वों का विलय नहीं कर सकते हैं 


ऐसी कोई क्रिया नहीं 


ऐसी कोई क्रिया नहीं

पेश है 


एग्री - ह्यूमिक   


आपकी फसलों के लिए सही पोषण और सुरक्षा । 

6 % ह्यूमिक पदार्थों के साथ पौधों का बायो - स्टिमुलेंट


 सामग्री •   


सामग्री


ताजी संसाधित अक्षय जैविक सामग्री से प्राप्त 6 % ह्यूमिक पदार्थों के साथ 


इसमें ह्यूमिक एसिाड , फल्विक एसिड और ह्यूमिन जैसे ह्यूमिक पदार्थों के सक्रिय रूप मौजूद हैं जिन्हें जैविक सामग्रियों से उनके सूक्ष्मजैविक विघटन और अपक्षय के बाद प्राप्त किया जाता है


 • इसमें फाइटोहारमोन भी मौजूद होते हैं जो बीटेन और साइटोकिनिन प्रकार की क्रिया प्रदर्शित करते हैं


यह किस तरह क्रिया करता है •   


सक्रिय संघटक मिट्टी के कणों को बांध देते हैं और मिट्टी की भौतिक अवस्था को बेहतर बनाते हैं 


- सरधता 

- वायु संचारण

 - जलनिकासी जल धारण क्षमता

 - सूक्ष्म वनस्पति समूह

 - पौधों द्वारा पोषक तत्त्वों का उदग्रहण 

 फाइटो - स्टिमुलेटरी यौगिक प्रतिबल की परिस्थितियों में पौधों के हारमोन को नियंत्रित करते हैं


 • एग्री - ह्यूमिक उपज के इंद्रियग्राही गुणों , क्वालिटी और भंडारण एवं उपयोग की अवधि को बढ़ाता है . 


लाभ  

Agri Humic Granules

• मिट्टी को अधिक संरच , पारगम्य और वातित बनाकर मिट्टी के वायु संधारण और जल धारण क्षमता को बेहतर बनाता है • 

उर्वरकों की कुशलता को बढ़ाता है और मिट्टी में बंद पौधों के पोषक तत्त्वों को आजाद करता है • मिट्टी में पहले से उपलब्ध पोषक तत्वों को कार्बन के अणुओं के साथ जोड़कर पोषक तत्वों के अधिक उदग्रहण में सहायता करता है 

• मिट्टी के पोषक तत्वों का प्रतिधारण एवं आदान - प्रदान करने की क्षमता को बढ़ाता है , जिससे पौधों को मिट्टी से पोषक तत्त्वों को आसानी से आत्मसात करने में मदद मिलती है

 • अजैव प्रतिबलों के प्रति फसल की सहनशीलता को बढ़ाता है • फाइटोहारमोन जैसी क्रिया की मौजूदगी के कारण पौधों की चयापचयी प्रक्रिया को सक्रिय करता है 


बनावट और सिफारिशें 

• बनावट : -  BOLT

 सक्रिय ह्यूमिक पदार्थ 6 %

. सिफारिशें  BOLT

: - बीजों की बुवाई : 5  मिलीलिटर यूमिक को 1 किलोग्राम बीज के साथ पूरी तरह से मिलाएं और बुवाई करें

 वृद्धि , पुष्पण और फल बनने के चरणों के दौरानः छिड़काव के घोल के रूप में 2 मिलीलिटर प्रति लिटर पानी के साथ मिलाएं ( इस्तेमाल से पहले बर्तन को अच्छी तरह से हिलाएं )


मात्रा और प्रयोग 



एग्री ह्यूमिक को अकेले या अगर सुविधाजनक पाया जाए तो अन्य रसायन उर्वरकों के साथ प्रयोग किया जा सकता है 


छिड़काव / प्रयोग का अंतरालः 20 से 25 दिन

 संस्तुत मात्राः पर्णिल फुहार के लिए 750 से 1500 मिली प्रति हेक्टेयर या 300 से 600 मिली प्रति एकड़ और मज्जन या ड्रिप सिंचाई के लिए 2500 मिली प्रति हेक्टेयर या 1000 मिली प्रति एकड़

 बीजोपचारः 5-10 मिली / किलोग्राम बीज 

जड़ की नोक पर लगानाः 2-4 मिली / लिटर पानी 

पर्णिल फुहराः 2-4 मिली / लिटर पानी

 मृदा उपचारः 500-600 मिली प्रति एकड़ और पौधों के जड़ क्षेत्र पर घोल का मज्जन करें


संस्तुत फसलें

 अनाजः चावल , गेहूँ , मक्का , ज्वार , बाजरा

 दालेंः अरहर , मूंग , उड़द , लोभिया , छोला , मटर , फ्रेंच बीन 

तिलहनः मूंगफली , सरसों , सूरजमुखी , कुसुम , तिल , अरंडी

 रेशेः कपास , सन

 सब्जियाः टमाटर , कहू , भिडी , बैंगन , कड़ी पत्ता , अमलतास 

कंदः आलू , साबूदाना , शकरकंदी

 पेया पदार्थः चाय , कॉफी 

फलः आम , नींबू संतरा आदि , काजू , चीकू , अमरूद , केला , अनार , अंगूर , आलूबुखारा , अन्नानास

 मसाले और छौंकः काली मिर्च , इलायची , हल्दी , अदरक , मिर्च , प्याज , लहसुन 

पुष्पकृषिः गुलाब , लिली , गुलदाऊदी , गुलनार और जरबेरा 

अन्यः ग्रीनहाउस की फसलें ,  गन्ना , तम्बाकू , लान और लैंडस्केप की फसलें


एग्री - ह्यूमिक 



पैक साइज 500 ml

 MRPRs.645.00 सभी कर शामिल

 BV 327

 DP 545 

VESTIGE AGRI - HUMIC 12 न्यताट

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